एक शे'र

in #pramesh3 years ago

एक शे'र

जिसको जो चाहे बख़्श दे है इख़्तियार उसे ,
मर्गो-हयात कब भला इन्साँ के बस में है ।

                                          राकेश 'नादान'

मर्गो-हयात----- मौत और ज़िंदगी